अफ्रीकी देश मोरक्को में सुबह-सुबह भूकंप ने भीषण तबाही मचाई जिसमें 296 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार यहां धरती में हुए कंपन के बाद कई इमारतें ढह गईं। भूकंप की तीव्रता 6.8 बताई जा रही है। गृह मंत्री ने बताया कि मोरक्को में भीषण भूकंप से कम से कम 296 लोगों की मौत हो गई है।

खबरों की मानें तो भूकंप में मरने वालों का आकड़ा और बढ़ सकता है। भूकंप का केंद्र मोरक्को के मराकेश से करीब 70 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है। भूकंप इतना जोरदातर था जिसका असर भूकंप के केंद्र मराकेश से करीब 350 किलोमीटर दूर राजधानी रबात में भीमहसूस किया गया।

यह मोरक्को में आया अब तक का सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप है। उत्तरी अफ्रीका के इस देश में भूकंप अपेक्षाकृत कम आते हैं, लेकिन 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके कारण हजारों लोगों की मौत हो गई थी

शुक्रवार को आए भूकंप का केंद्र मराकेश से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण में एटलस पर्वत की चोटी पर था। यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 18 किलोमीटर गहराई में था, जबकि मोरक्को की एजेंसी के मुताबिक, इसका केंद्र आठ किलोमीटर गहराई में था।

‘पुर्तगीज इंस्टीट्यूट फॉर सी एंड एटमॉस्फियर’ और अल्जीरिया की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, भूकंप के झटके पुर्तगाल और अल्जीरिया तक महसूस किए गए।

मोरक्को वासियों ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए हैं, जिनमें इमारतें ढहकर मलबे में बदली दिखाई दे रही हैं और चारों तरफ धूल नजर आ रही है। मोरक्को के ऐतिहासिक शहर मराकेश के चारों ओर बनी प्रसिद्ध लाल दीवारों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मराकेश यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन) के विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है।

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने बताया कि रात 11 बजकर 11 मिनट पर आए भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 6.8 थी। इसके बाद भूकंप बाद के झटके कई सेकंड तक जारी रहे। मोरक्को के राष्ट्रीय भूकंपीय निगरानी एवं चेतावनी नेटवर्क ने रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता सात मापी। अमेरिकी एजेंसी ने 19 मिनट बाद 4.9 तीव्रता का भूकंप के बाद का झटका आने की सूचना दी।