आज दिनांक 11/08/2023 को क्रांतिकारी खुदी राम बोस की पुण्यतिथि मनाई गई।

सर्वप्रथम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एन. सिंह जी ने अमर बलिदानी खुदीराम बोस” जी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण कर अमर बलिदानी खुदीराम बोस जी को श्रद्धांजलि दी।

जिसके पश्चात महाविद्यालय के समस्त स्टॉफ एवं छात्र छात्राओं द्वारा अमर बलिदानी खुदीराम बोस जी कि तस्वीर पर फूल अर्पित किये।

जिसके बाद प्राचार्य जी ने अमर बलिदानी खुदीराम बोस के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि खुदीराम बोस का जन्म 3 दिसंबर 1889 ई. को बंगाल में मिदनापुर ज़िले के हबीबपुर गाँव में हुआ था।

उनके पिता का नाम त्रैलोक्य नाथ बोस और माता का नाम लक्ष्मीप्रिय देवी था।खुदीराम बोस एक भारतीय युवा क्रन्तिकारी थे जिनकी शहादत ने सम्पूर्ण देश में क्रांति की लहर पैदा कर दी।

खुदीराम बोस देश की आजादी के लिए मात्र 19 साल की उम्र में फाँसी पर चढ़ गये। इस वीर पुरुष की शहादत से सम्पूर्ण देश में देशभक्ति की लहर उमड़ पड़ी। दिनाँक 11 अगस्त, 1908 को हाथ में गीता लेकर खुदीराम हंसते-हंसते फांसी पर झूल गये. तब उनकी आयु 18 साल 8 महीने और 8 दिन थी. जहां वे पकड़े गये, उस पूसा रोड स्टेशन का नाम अब खुदीराम के नाम पर रखा गया है, तब से 11 अगस्त को बलिदान दिवस के रूप में याद किया जाता हैं।

जिसके पश्चात महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी व छात्र छात्राओं द्वारा परिसरमें एकत्रित होकर “मेरी माटी मेरा देश” के अंतर्गत पंच प्रण की शपथ ली गयी ।

कार्यक्रम में डॉ. एस. पी. भट्ट, डॉ बी. आर. भद्री ,डॉ. अंधरुती शाह,डॉ. अनुरोध प्रभाकर, डॉ. श्याम कुमार, डॉ. के. एल गुप्ता व कर्मचारीगण श्री मनोज राणा, श्रीमती कुसुम, श्री राजेन्द्र सिंह, श्री राजपाल, श्री अनिल,आदि सम्मलित रहे।