यूपी:  जिला जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास अंसारी को जेल से भगाने की साजिश रचने में उसकी पत्नी निखत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि उत्तरप्रदेश में चित्रकूट जेल अधीक्षक के कमरे में विधायक अब्बास अंसारी और उनकी पत्नी निकहत के बीच हुई मुलाकात के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है । जेल अधीक्षक अशोक सागर और जेलर संतोष कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही डिप्टी जेलर पीयूष पांडे और 5 बंदी रक्षकों पर भी निलंबन की गाज गिराई गई है।

निखत शुक्रवार को बंदी मुलाकाती रजिस्टर में नाम दर्ज कराए बिना पति से मिलने जेल पहुंची थी। मामले में जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर समेत 8 जेलकर्मियों को निलंबित कर जांच शुरू कर दी गई है। इन सभी पर अब्बास से साठगांठ का आरोप है।

निखत व उसके वाहन चालक के अलावा जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर, सिपाही जगमोहन समेत कई अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मनी लॉन्ड्रिंग में अब्बास जिला जेल रगौली में लगभग ढाई माह से बंद है।

मुखबिर की सूचना पर शनिवार को डीएम अभिषेक आनंद व एसपी वृंदा शुक्ला प्राइवेट वाहन से जिला जेल पहुंचीं। दोनों सीधे अब्बास की बैरक में पहुंचे। लेकिन वह नहीं मिला। वहां से कुछ आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुईं।

डीएम व एसपी मुलाकाती कक्ष में पहुंचे तो वहां भी कोई नहीं था। परिसर में ही डिप्टी जेलर के कमरे के बाहर ताला लगा था, जबकि निखत अंदर बैठी थी। डीएम व एसपी ने बताया कि एक मिनट पहले ही अब्बास वहां से निकलकर अपनी बैरक में चला गया था। बिना रजिस्टर में एंट्री व सूचना के निखत विधायक से मिलने आई थी।

महिला पुलिस ने जब निखत को गिरफ्तार किया तो उसने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। उसके पास से दो मोबाइल, सऊदी अरब की कुछ मुद्राएं, 21 हजार रुपये व सोने के जेवर बरामद हुए हैं।

इनके खिलाफ एफआईआर
जेल के बाहर गाड़ी लिए खड़े निखत के वाहन चालक नियाज को भी पकड़ लिया गया है। अब्बास, निखत, नियाज, जेल अधीक्षक अशोक सागर, डिप्टी जेलर सुशील कुमार, कांस्टेबल जगमोहन व कुछ अज्ञात ड्यूटीरत सिपाहियों के खिलाफ विधायक को जेल से भगाने की साजिश रचने, हत्या व रंगदारी वसूलने की धमकी, नियमों की अनदेखी कर मुलाकात करने-करानेे, जेल में आपत्तिजनक सामग्री रखने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। मेडिकल के बाद शाम को निखत व नियाज को जेल भेजा गया।