हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज धनौरी में सोमवार को स्वरचित कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई। हिंदी सप्ताह के तहत आयोजित प्रतियोगिता में छात्र बिलाल ने पहला स्थान प्राप्त किया। छात्र अर्जुन दूसरे स्थान पर रहे जबकि आयुषी और अंजलि ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया। शालू को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया।

प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो. आदित्य गौतम ने कहा कि हिंदी भाषा हमारी आत्मा से जुड़ी है। हम देश-विदेश में कहीं भी होते हैं,हिंदी भाषी लोगों के बीच अपनेपन का एहसास मिलता है।

उप प्राचार्य डॉ. योगेश कुमार ने कहा कि कविता के माध्यम से हम अपने मनोभाव को प्रदर्शित करते हैं। जब मन के अंदर भाव के अंकुर फूटते हैं, तब शब्दों के रूप में कविता बाहर आती है।

हिंदी विभाग की प्रभारी डॉ. अंजु शर्मा ने कहा की कविता के माध्यम से छात्र-छात्राओं की रचनात्मक प्रदर्शित होती है। ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं में प्रतिभा का भंडार है, केवल उसे उचित मंच दिए जाने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अंजु अष्टवाल ने किया। कविता प्रतियोगिता में निर्णायक भूमिका डॉ रविंद्र कुमार और डॉ. स्वाति ने निभाई।