नवल टाइम्स न्यूज़, 18 मार्च 2024 , सोमवार  : उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से आज दिनांक 18 मार्च 2024 को राजकीय महाविद्यालय पाबौ, पौड़ी गढ़वाल परिसर में स्थापित देवभूमि उद्यमिता विकास केंद्र में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के सप्तम दिवस पर महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रोफेसर सत्य प्रकाश शर्मा ने सभी छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का भरपूर फायदा उठायें एवं भविष्य मे इसे धरातल पर उतारने की कोशिश करनी है ।

इस तरह के आयोजन आपने आप को जागरूक करने के होते है एवं एक विकसित भारत का निर्माण करने में सहायक सिद्ध होती है ।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय ब्यववसाइक महाविद्यालय बनास पैठाणी में देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी एवं मेंटर डॉ० गौरव जोशी ने छात्र छात्राओं को ब्यवसाय योजना तैयार करना के बारे में छात्र – छात्राओं को विस्तार से समझाया।

साथ ही ये भी समझाया कि किस तरह से एक व्यवसाय योजना बनाते समय किन बातों को ध्यान रखना है इसकी जानकारी प्रदान की ।

किसी भी उद्यम को स्थापित करने के लिए ब्यवसाय योजना तैयार एक महत्वपूर्ण कार्य योजना है एक अच्छी व्यवसाय योजना के फलस्वरूप ही हम अपने उद्यम को सफल बना सकते है साथ ही यह भी बताया एक व्यक्ति मे उद्यमिता के गुण होना आवश्यक हैज कि अपने आप में विशेष गुण होता होता है । इनोवैशन के विभिन्न उद्धरणों से जैसे B. Teck पानी पूरी वाला , डोली चाय वाला इस तरह की जानकारी छात्र – छात्राओं को अवगत किया गया ।

कार्यक्रम में दूसरे मुख्य वक्ता के रूप में देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी एवं मेंटर डॉ० गणेश चंद ने मंच का सफल संचालन करते हुए छात्र -छात्राओं एक ब्यवसाय योजना तैयार करना आदि के बारे में अपना सम्बोधन छात्रों के समक्ष रखा ।

छात्र-छात्राओं के साथ-साथ स्थानीय उद्यमियों, गणमान्य व्यक्तियों, समाज सेवको, जनप्रतिनिधियों, प्राध्यापको, ऑफिस स्टाप आदि ने बढ़-चढ़कर कर प्रतिभाग किया और उद्यमिता से संबंधित अपने आइडिया भी शेयर किये।

उद्यमिता विकास कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० तनुजा रावत ,डॉ० मुकेश शाह , डॉ० सुनीता चौहान , डॉ० सौरभ सिंह , डॉ० सरिता, डॉ० जयप्रकाश पँवार एवं कार्यालय अध्यक्ष श्री महेश सिंह , विजेंद्र बिष्ट , श्रीमती सोनी देवी एवं अनुराधा आदि ने विशेष सहयोग दिया।