श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्विद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा कैंपस ऋषिकेश के गणित विभाग की विभागीय परिषद का गठन किया गया है।

गणित विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता तोमर, ने बताया कि इस परिषद की स्थापना का मुख्य उद्देश्य विभाग की विकास और प्रगति को बढ़ावा देना है। यहाँ, छात्रों को सहयोग और मार्गदर्शन मिलता है ताकि वे अपने अध्ययन को सही दिशा में ले सकें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।

यह परिषद गणित क्षेत्र में छात्रों को, उनकी शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने, और उनके शिक्षा-अध्ययन के अनुभव को सुधारने के लिए विभिन्न कार्यों का आयोजन करती है।इस परिषद द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शैक्षिक सेमिनार, गणित संगोष्ठी, और प्रतियोगिताएं शामिल होती हैं।

ये कार्यक्रम छात्रों को अध्ययन के लिए प्रेरित करते हैं, उनके गणित क्षेत्र में ज्ञान और कौशल को बढ़ाते हैं, और उनकी गणित में रुचि को बढ़ाते हैं। साथ ही, यह परिषद विभिन्न गणित परियोजनाओं को संचालित करती है, जिनका उद्देश्य गणित क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है।

इन परियोजनाओं के माध्यम से छात्रों को अधिक विस्तृत ज्ञान और अनुभव प्राप्त होता है, जो उन्हें अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर ले जाता है। इसके अलावा, विभागीय परिषद छात्रों के मध्य गणित से संबंधित समस्याओं और चुनौतियों का समाधान खोजने में भी सहायक होती है।

इस उत्कृष्ट टीम के साथ, एम्. एससी. चतुर्थ सेमेस्टर के अंकित तोपवाल को अध्यक्ष और एम् .एससी. द्वितीय सेमेस्टर की लक्की शर्मा को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, सनी धीमान को सचिव, स्नेहा जोशी को सह सचिव, और वैभव धीमान को कोषाध्यक्ष के पद पर चुना गया है।

कक्षा प्रतिनिधि के रूप में एम् .एससी. चतुर्थ सेमेस्टर की अंजलि रावत, एम्.एससी. द्वितीय सेमेस्टर की साक्षी, बी. एससी. षष्ठम सेमेस्टर की काजल शर्मा, बी. एससी. चतुर्थ सेमेस्टर की शुभांगिनी, और बी. एससी. द्वितीय सेमेस्टर की अवंतिका सहित प्रत्येक सेमेस्टर से एक छात्र को विभागीय परिषद् का सदस्य मनोनीत किया गया है।

विभागीय परिषद के सदस्यों और विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता तोमर, प्रो. दीपा शर्मा और डॉ. गौरव वार्ष्णेय ने साकार कार्यों की योजना बनाई है जो गणित विभाग की गतिविधियों को करेंगे। सम्पूर्ण रूप से, गणित विभाग की विभागीय परिषद छात्रों के समृद्ध और सशक्त विकास के लिए एक महत्वपूर्ण और गुणवत्ता-मुखी पहल है।