आज दिनांक 11.08.2023 को वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर बी एड विभाग में आमंत्रित व्याख्यान की श्रृंखला में व्यावसायिक नैतिकता एवं संप्रेषण कौशल पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का प्रारम्भ महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर ए के अवस्थी के द्वारा किया गया उन्होंने छात्र छात्राओं को शिक्षक जीवन से सम्बंधित अहम विषयों के बारे में जानकारी दी।

ततपश्चात श्रीमती नम्रता कपूर (प्रवक्ता अंग्रेजी , द एशियन पब्लिक स्कूल देहरादून) ने अपने व्याख्यान में व्यावसायिक नैतिकता एवं सम्प्रेक्षण कौशल के बारे में छात्रों को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एक शिक्षक कौन होता है, शिक्षक के क्या क्या दायित्व होते हैं, समाज मे शिक्षक की क्या भूमिका होती है। तथा एक अच्छा शिक्षक ही समाज को एक सही दिशा में अग्रसारित कर सकता है।

साथ ही उन्होंने सम्प्रेषण कौशल के बारे में बताया कि हमें सबसे पहले एक अच्छा श्रोता होना चाहिए तत्पश्चात किसी की बात को सुनकर उस पर चिंतन करके ही अपने विचारों को रखना चाहिए।

इसी क्रम में डॉ आर पी बडोनी जी ने भी बी एड छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन किया।

डॉ विनोद रावत ने छात्र छात्राओं को बताया कि शिक्षण एक कला है और इसमें जितनी नवीनता आएगी यह उतना ही रोचक बनेगा इसलिए आज हम सब बिभिन्न तरीकों से विभिन्न विधियों से शिक्षण को रोचक बना सकते हैं।

अंत मे सभी को धन्यवाद प्रेषित करते हुए बी एड विभागाध्यक्ष डॉ रुचि बहुखंडी ने छात्रों को बताया कि एक सफल शिक्षक का व्यक्तित्व दूसरों के लिए आदर्शात्मक एवं अनुकरणीय होना चाहिए क्योंकि अध्यापक समाज का दर्पण होता है और प्रत्येक माता पिता उन्ही आदर्शो को देखते हुए अपने बच्चों को एक विद्यालय में भेजता है।

कार्यक्रम के दौरान बी एड विभाग में जीव विज्ञान के प्रवक्ता श्री अभिषेक गौड़ जी की स्वलिखित पुस्तक हृदय स्पर्श एवं हृदयघात का भी लोकार्पण किया गया । श्री अभिषेक गौड़ जी ने अपनी इस पुस्तक में व्यक्ति को सतर्क किया है कि जो हमारे हृदय के सबसे प्रिय एवं निकट होते हैं उनकी कुछ बातें ही हमें हृदय में चोट पहुंचाने का कार्य करती हैं। जैसे कि माता पिता को सबसे प्यारे अपने बच्चे होते हैं लेकिन जब वही बच्चे गलत रास्ते पर निकल पड़ते हैं अपने माता पिता के कहने सुनने में नही रहते तो तब उनके हृदय को बहुत गहरी चोट पहुंचती है, और उनके हृदय को कभी न मिटने वाली वेदना मिलती है।

अंत मे कार्यक्रम में उपस्तिथ सभी महानुभावों ने श्री अभिषेक गौड़ को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनकी स्वलिखित पुस्तक हृदय स्पर्श एवं हृदयघात के लिए ढेर सारी बधाईयां दी ।

कार्यक्रम में श्रीमती प्रिंसी कर्णवाल, सुश्री कविता बडोला, श्री जे पी नौगाईं, श्री विमल डबराल, श्री अरविंद नेगी, श्री वीरेंद्र भाटी आदि सम्मिलित रहे।

वहीं छात्र छात्राओं में सोनम, आर्यन, अदिति, लवली, रीना, निखिलदीप, शुभम, कृतिका, ऋतु, कोमल, अंजली, रूबी, आदि उपस्तिथ रहे।