आज दिनाँक 6 अप्रैल 2023 को महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ए. एन. सिंह जी के संरक्षण में एवं कार्यक्रम समन्यक डॉ. संदीप कुमार के निर्देशन में G-20 के अंतर्गत *कोविड-19 वैश्विक महामारी रोकथाम एक प्रयास* पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

गोष्ठी में महाविद्यालय के प्राचार्य एवं मुख्य अतिथि प्रो. एन. सिंह जी ने G-20 की महत्ता उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह 20 देशों का एक आर्थिक मंच है जिसकी मेजबानी वर्ष 2023 में भारत कर रहा है।

प्राचार्य जी ने कोविड-19 महामारी एवं इसके रोकथाम से बचाव से सम्बंधित जानकारी साझा की। प्राचार्य जी ने कहा कि कोविड महामारी ने विश्व को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शारारिक, मानसिक रूप से प्रभावित किया है, आवश्यकता है, हमें अभी भी इसके प्रति जागरूक होने की। कोरोना की लहर में एक समय वह भी था कि जब मास्क, दो गज की दूरी, सेनेटाइजर, कोरेन्टीन आदि शब्द आम जनमानस की जिंदगी में शामिल थे। परन्तु फिर भी हमें इसके प्रति सचेत रहना है। आयुर्वेद, साफ़ सफाई, भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क का प्रयोग आदि का प्रयोग करना है।

कार्यक्रम में डॉ. बी. आर. भद्री जी ने भी कोविड-19 एवं पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार प्रस्तुत किये। डॉ. अंधरूति शाह ने कोविड-19 महामारी से रोकथाम एवं बचाव से सम्बंधित जानकारी साझा की। कोरोना की दोनों लहर एवं कैसे यह भारत मे पैर पसरा इससे सम्बंधित जानकारी से छात्र/छात्राओं को अवगत कराया। डॉ. के. एल. गुप्ता ने कहा कि कैसे कोरोना के मानवीय जीवन को प्रभावित किया है इससे बचाव ही सबसे बड़ा उपाय है। गुप्ता जी ने अपना व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किया कि कैसे कोरोना होने के बाद बचाव से स्वयं को सुरक्षित रखा गया ।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. संदीप कुमार ने G-20 के इतिहास और वर्तमान की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। कोरोना से बचाव से सम्बंधित जानकारी छात्र/छात्राओं से अवगत कराया।

G-20 गोष्ठी में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अनुरोध प्रभाकर, डॉ. संतोषी कर्मचारीगण श्री मनोज राणा, श्री अनिल सिंह, श्री राजपाल सिंह,श्री राजेन्द्र सिंह, श्री गंभीर, श्री रोशनलाल आर्य, श्रीमती कुसुम एवं अंजली, पूजा, किरण, प्रियंका, मीनाक्षी, दीक्षा आदि छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।