राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता देहरादून में स्वच्छता सप्ताह के अंतर्गत निरंतर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ।

उसी क्रम में स्वच्छता सप्ताह के छठे दिन आज महाविद्यालय के कर्मचारियों प्राध्यापकों एवं स्वमं प्राचार्य ने श्रमदान कर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया।

इस अवसर पर बोलते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर वंदना शर्मा ने कहा कि श्रमदान से न सिर्फ स्वछता आती है बल्कि संस्था के साथ एक आत्मीय संबंध भी जुड़ जाता है। कोई भी व्यक्ति स्वच्छता और सफाई तब तक नहीं कर सकता जब तक उस संस्थान को वह अपना नहीं मानता । जब हम संस्थान को अपना मानते हैं तो ऐसे में उसके लिए श्रमदान करना और स्वच्छता अभियान चलाना स्वयं में आत्म गौरव और हर्ष का अनुभव कराता है। मजदूरों द्वारा की गई सफाई से छात्र-छात्राओं में वह प्रेरणा नहीं मिलती जो उनके द्वारा स्वयं चलाए गए स्वच्छता अभियान से आती है ।

स्वच्छता के इस कार्यक्रम में महाविद्यालयों के प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । इसी क्रम में महाविद्यालय के कर्मचारियों ने छात्र छात्राओं के साथ सहस्त्रधारा रोड बाईपास पर भी स्वच्छता कार्यक्रम चलाया प्रो0 शर्मा ने कहा कि दिनांक 18 जून को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय परिषद द्वारा आयोजित स्वच्छता पोस्टर प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं तथा उनकी तैयारियां अंतिम चरण में है।

प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ शशि बाला उनियाल का संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष योगदान रहा उन्होंने ना सिर्फ सप्ताह भर चलाए गये प्रत्येक कार्यक्रम में सक्रियता से प्रतिभाग किया बल्कि पोस्टर प्रतियोगिता में भी विशेष सहयोग प्रदान कर रही है ।

प्रोo शर्मा ने कहा कि ग्रीष्मावकाश तथा परीक्षा कार्यक्रम के कारण छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अपेक्षा से कम है परंतु महाविद्यालय के आह्वान पर छात्र-छात्राएं अपने आवास तथा घर के आसपास की सफाई कार्यक्रम में प्रतिभाग का उसकी तस्वीरें प्रेषित कर रहे हैं जो युवाओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता का प्रमाण है।

इस अवसर पर डॉ धर्मेंद्र कुमार राठौर, डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह, डॉ आशुतोष मिश्रा श्री रोहित, श्री बसंत, श्री राम कुमार, श्रीमती ममता चौहान, श्री अक्षय, श्री सतपाल सिंह रावत सहित अन्य प्राध्यापकों कर्मचारियों एवं छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।