राजकीय माॅडल महाविद्यालय मीठीबेरी, हरिद्वार एवं नींव संस्था के सहयोग से एक दिन की राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय Importance of yoga in Modern day lifestyle था।

यह आयोजन महाविद्यालय की आइ. क्यू. ए. सी. के तत्वावधान में किया गया एवं इस संगोष्ठी में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, मान्यवर कांशीराम राजकीय महाविद्यालय (गाजियाबाद), टुगेदर वी ड्रीम ने सहयोग किया।

ई-गोष्ठी का उद्घाटन मां सरस्वती वन्दना के द्वारा किया गया। पूरे देश से लगभग 15 से ज्यादा राज्यों के लगभग 500 से ज्यादा प्रतिभागियों ने इस गोष्ठी में आनलाइन एवं यूट्यूब के माध्यम से प्रतिभा किया एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर श्रीलंका, फिलीपींस, कनाड़ा में निवास करने वाले प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन किया। मुख्य वक्ता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की योगा विभाग की प्रोफेसर रीता भल्ला ने योग के सकारात्मक प्रभावों पर बल दिया।

दूसरे प्रमुख वक्ता उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के डॉ राजीव ने योग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की और कहा कि योग के परिप्रेक्ष्य में मन का सकारात्मक होना अति महत्वपूर्ण है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय,मेरठ के चीफ प्रॉक्टर प्रोo बीरपाल सिंह ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किए एवं कहा कि योग से कुशलता वृद्धि होती है।

योगा इंस्ट्रक्टर डॉ नेहा नन्दा ने योग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की एवं कहा कि आज की युवा पीढ़ी को खान-पान का विशेष ध्यान देना चाहिए और कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए योग आवश्यक है। योग शिक्षक दीपिका जोशी ने इस अवसर पर कर्मयोग के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय के डॉ दिनेश चहल ने योग के बारे में बताया और कहा कि योग के माध्यम से अच्छे विचारों को अपने अंदर समाहित करें और बुरे विचारों को बाहर करें।

डॉ उपदेश वर्मा नीव संस्था राष्ट्रीय समन्वयक ने योग की महत्ता पर बल दिया और आईआईटी पूर्व छात्र परिषद की संस्था नींव के बारे में जानकारी प्रदान की यह *नींव संस्था* गरीब बच्चों के लिए किस प्रकार से लगातार कार्यरत है।

इसके पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अर्चना गौतम ने गोष्ठी के अन्तर्गत वर्तमान परिदृश्य में योग की महत्ता के बारे में बताया एवं इस अवसर पर राष्ट्रीय वेबीनार के सफल आयोजन के लिए डॉ कुलदीप चौधरी एवं डॉ उपदेश वर्मा तथा सभी सहयोगी संस्थाओं का आभार प्रकट किया एवं वेबीनार में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ सतेन्द्र कुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉ अरविन्द वर्मा, डॉ सुनीता बिष्ट, डॉ लक्ष्मी मनराल, डॉ सुमन पांडे एवं महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।