स्वामी गोविन्दानंद सरस्वती पर प्राणघातक हमले का समाचार सामने आया है। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गये हैं।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को चुनौती देने वाले स्वामी गोविन्दानंद सरस्वती महाराज पर छत्तीसगढ़ के कवर्धा में प्राण घातक हमला किया गया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्वामी गोविन्दानंद महाराज शास्त्रार्थ के लिए छत्तीसगढ़ के कवर्धा में पहुंचे थे। बताते हैं कि जब शास्त्रार्थ के लिए स्वामी गोविन्दानंद मंच पर पहुंचे तो भागवतानंद ऊर्फ निग्रहचार्य शिष्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने उन पर तमाम आरोपों की झड़ी लगा दी।

बकौल जानकीशरण अग्रवाल विवाद देख स्वामी गोविन्दानंद महाराज वहां से चले गए। बताया कि शास्त्रार्थ स्थल से जाते हुए स्वामी गोविन्दानंद महाराज का करीब आधा दर्जन गाडि़यों में सवार 15 से 20 लोगों ने उनका करीब 50 किलोमीटर तक पीछा किया और राजमार्ग पर घेर कर उनकी जमकर पिटाई की, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके पैर की हड्डी भी टूट गई तथा कई जगह गंभीर चोटें आईं। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। इस घटना के बाद से अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

इस संबंध में जानकीशरण अग्रवाल का कहना है कि अपने आप को तथाकथित स्वयंभू निग्रहचार्य कहने वाले भागवतानन्द ने एक निर्दोष दंडी स्वामी गोविंदानंद सरस्वती पर प्राणघातक हमला करवाकर कायरतापूर्ण कार्य किया है।

उनके मुताबिक इसमें भागवतानन्द के गुरु तथाकथित शंकराचार्य सदानंद सरस्वती की भूमिका की भी जांच सरकार को करनी चाहिए।