आज दिनांक 20 मार्च 2024 को राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत उद्यमिता विकास कार्यक्रम के 9वें दिन का शुभारम्भ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में किया गया ।

देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल अधिकारी डॉ0 मधु बाला जुवांठा ने बताया कि आज के मुख्य वक्ता डॉ0 ब्रिश कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष भूगोल ने छात्र छात्राओं को उद्यम के लिए उपयुक्त मानव संसाधन की आवश्यकता पर विस्तृत जानकारी दी ।

उन्होंने कहा कि कुशल व प्रशिक्षित मानव संसाधन उद्यम के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। जिसमें मुख्य रुप से उत्पादन में कार्यरत श्रमिक, तकनीशियन जो उत्पादन कार्य के पर्यवेक्षण में लगे होते हैं।

साथ ही उद्यम या स्टार्टअप के प्रशासनिक कार्य, बिक्री तथा विविध कार्यों में कार्यरत कर्मचारी आदि जनशक्ति की आवश्यकता होती है।

अगले सत्र में डॉ0 दिनेश चंद्र असिस्टेंट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष इतिहास ने उद्यम की वैधानिक आवश्यकताओं पर छात्र छात्राओं को जानकारी प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि सर्व प्रथम अपने उद्यम के लिए उपयुक्त संरचना का चयन करें।

साथ ही उद्यम का पंजीकरण, के लिए पंजीकरण, उत्पादन का रिकॉर्ड रखना, उचित तरीके से बहीखाता का रखरखाव तथा आय व व्यय का लेखा-जोखा करना, बौद्धिक संपदा व सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम कुटीर व्यवसाय में पंजीकृत करना आदि एक उद्यमी के लिए अति आवश्यक है।

साथ ही उद्यम आधार व जीएसटी पर विस्तृत जानकारी छात्र छात्राओं को दी गई। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव ने मुख्य वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किये ।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे और महाविद्यालय के उद्यमिता विकास प्रशिक्षण में पंजीकृत छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।