राजकीय महाविद्यालय पाबौ में भारत रत्न भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष् में वेबीनार का आयोजन किया गया।

वेबीनार का शीर्षक था “भारत रत्न भीमराव अंबेडकर के विचारों का वर्तमान परिपेक्ष्य में योगदान।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न पक्षों पर भीमराव अंबेडकर के विचारों को रखा गया |कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकों एवं कर्मचारी गणों द्वारा प्रतिभाग किया गया

कार्यक्रम के संयोजक श्री मुकेश शाह एवं सहसंयोजक डॉ गणेश चंद्र रहे। महाविद्यालय के आई.क्यू.ए.सी. नोडल श्री सौरभ सिंह द्वारा अंबेडकर के शैक्षिक पक्ष पर विचार रखे गए और बताया गया कि किस प्रकार वह समावेशी शिक्षा के पक्ष में थे।

समाजशास्त्र विभाग की प्राध्यापिका डॉ.तनुजा रावत द्वारा उनके सामाजिक पक्ष को रखा गया और महात्मा बुद्ध तथा कार्ल मार्क्स के विचारों से प्रभावित उन्होंने किस प्रकार समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व को समाज का वास्तविक ढांचा बताया ।

अर्थशास्त्र के प्राध्यापक श्री मुकेश शाह द्वारा बाबासाहेब के आर्थिक विचारों पर प्रकाश डाला गया| राजनीति विज्ञान की प्राध्यापिका श्रीमती सुनीता चौहान द्वारा बाबा साहब के संवैधानिक उपचारों पर प्रकाश डाला गया और बताया गया की समानता का अधिकार दिलाने में किस प्रकार उनकी एवं भूमिका रह।

वेबीनार की मुख्य अतिथि सेवानिवृत प्राचार्य प्रोफेसर कमला चन्याल ने बताया की तत्कालीन विषम परिस्थितियों में भी बाबा साहब ने समाज की समस्याओं को उजागर किया और उनका उपचार भी बताया। उन्होंने शिक्षा के सर्वोच्च महत्व की बात भी की।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सत्य प्रकाश शर्मा द्वारा इस अवसर पर बाबा साहब को नमन करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया और बताया गया कि संघर्षशील रहते हुए उन्होंने समाज को अस्पृश्यता से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की प्राध्यापिका डॉ.सरिता द्वारा किया गया।